Nature

Religion

सतयुग, त्रेता और द्वापर युग से जुड़ी है छठ पूजा की कहानी, द्रौपदी, माता सीता समेत रामजी ने भी रखा था छठ का व्रत

सूर्यदेव की उपासना और लोकआस्था का महापर्व महाभारत और रामायण काल से मानी जाती है छठ पर्व की शुरुआत उमेश चन्द्र त्रिपाठी महराजगंज। हिंदू धर्म में कई तीज-त्योहार मनाए जाते हैं। इसमें महापर्व छठ का विशेष महत्व होता है। यह हिंदुओं का प्रमुख त्योहार होता है, जिसे देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी मनाया […]

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Analysis

पानी की धार के विपरीत दिशा में चलने वाली ’गरुड़ फली’– प्रकृति के कई उपहारों में से एक

रंजन कुमार सिंह गरुड़ की फलियाँ बिलकुल साँप के आकर के दिखाई देती हैं, शायद इसी कारण इसका नाम गरुड़ पड़ा होगा। ग्रामीणांचल में आज भी दरवाजे के ऊपर गरुड़ की फलियों को बांध देते हैं ताकि किसी भी प्रकार का साँप घर में नहीं प्रवेश कर सके। क्योंकि गरुड़ के इस फल में विशेष […]

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Religion

नवग्रहों का महिलाओं के जीवन पर पड़ता है विशेष प्रभाव

जयपुर से राजेंद्र गुप्ता शुभ सूर्य : अगर किसी महिला कि कुंडली में सूर्य अच्छा हो तो वह हमेशा अग्रणी ही रहती है और निष्पक्ष न्याय में विश्वास करती है चाहे वो शिक्षित हो या नहीं पर अपनी बुद्धिमत्ता का परिचय देती है। अशुभ सूर्य : जब यही सूर्य उसकी कुंडली में नीच का हो […]

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Religion

ज्योतिष में मंगल की दशा में शुभ एवं अशुभ प्रभाव

ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा नवग्रहो में मंगल को सेनापति का पद मिला हुआ है। यह बल, पराक्रम और पुरुषत्व का प्रमुख कारक ग्रह है। कुंडली के तीसरे, छठे भाव का और छोटे भाई का यह कारक है। इसका मेष और वृश्चिक राशि पर अधिकार होता है। मेष राशि में यह मूलत्रिकोण बली होता है। तो […]

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Litreture

कविता : ठोकर खाकर इंसान सजग हो जाता है,

मनुष्य का स्वभाव इस तरह है कि जो साथ जाना है उसे छोड़ रहे हैं, जो यहीं रह जाना है हम सभी उसे जोड़ गाँठ कर जोड़ते जा रहे हैं । प्रेम व विश्वास में एक ही समानता है, कि दो में से किसी को भी जबरदस्ती किसी में पैदा नहीं किया जा सकता है, […]

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Religion

जन्म कुंडली के दोष दूर कर देते हैं त्रिकोण में बैठे बलवान ग्रह

जयपुर से राजेंद्र गुप्ता वैदिक ज्योतिष में 9 ग्रह, 12 राशियां और 12 भावों को मिलाकर जन्मकुंडली बनाई जाती है। कुंडली के 12 भावों में सभी का अलग-अलग नाम और महत्व होता है। किसी भी कुंडली का फलादेश करने में लग्न के बाद सबसे अधिक महत्व त्रिकोण स्थानों को दिया जाता है। कुंडली का 5वां […]

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