#deceit

Raj Dharm UP

कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्

डॉ दिलीप अग्निहोत्री वसुदेवसुतं देवं कंसचाणूरमर्दनम्। देवकीपरमानन्दं कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्॥ भारतीय दर्शन में अवतारों के शिशु रूप की बड़ी महिमा है। भगवान शिव जी तो इस रूप के दर्शन करने को भेष बदल कर अयोध्या गए थे, जहां प्रभु राम शिशु रूप में लीला कर रहे थे। श्रीकृष्ण की लीला तो अति आकर्षक है। भक्त […]

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Litreture

कविता : आत्मा की सोच व सोच का अहम्

शास्त्र कहते हैं कि जब शरीर मर जाता है पर आत्मा जीवित रहती है, वास्तविकता आज की है कि शरीर तो जीवित है पर आत्मा मर चुकी है। शक्ति प्रदर्शन तब ज़रूरी होता है जब इरादे बुरा करने के होते हैं, अन्यथा प्रेम, दया व क्षमा के भाव ही सब कुछ पाने में सक्षम होते […]

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